ताड़ासन के फायदे और विधि - Tadasana benefits in hindi - Tadasana steps in hindi
नमस्कार दोस्तों आज हम इस लेख में ताड़ासन के फायदे और ताड़ासन कैसे करें उसके बारेमें जानेंगे। और ताड़ासन के अभ्यास के दौरान कोनसी सावधानी रखनी चाहिए उसके बारेमें भी बताऊंगा। पूरी जानकारी के लिए ये लेख आखिर तक पढ़े।
वर्तमान समय में लोगो को अपने कामकाज और सांसारिक जीवन से समय ही नहीं मिलता है जिसके कारण अपने स्वास्थ्य का सही से ख्याल नहीं रख पाते है और बीमार पड़ते रहते है। योगासन के अभ्यास से आप ऐसी अनचाही बीमारी से बच सकते है और अपने शरीर को निरोगी बना सकते है। तो आज इस लेख में ताड़ासन के बारेमें बताऊंगा जिसको करना बहुत सरल है और लाभ बहोंत ज्यादा है। अनुलोम विलोम कैसे करें और उसको करने के फ़ायदे
ताड़ासन क्या है? - what is Tadasana?
'ताड़ासन' शब्द की उत्पति संस्कृत शब्द 'ताड़ा' जिसका अर्थ 'पर्वत' होता है उसके ऊपर से हुई है। ताड़ासन को पर्वतासन से भी जाना जाता है। यह आसन का अभ्यास ज्यादातर जिसकी ऊंचाई कम हे उसको करने की सलाह दी जाती है। ताड़ासन पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए उत्तम आसन है।तो चलिए अब ताड़ासन को करने की विधि और फायदे के बारेमें विस्तार से जानते है।
ताड़ासन कैसे करे - Tadasana steps in hindi
ताड़ासन करने की विधि निचे विस्तार से दी गई हे ध्यान से पढ़े :1. सर्व प्रथम एकदम शांत और स्वच्छ जगह को चुने और मैट बिछा लें।
2. अब शरीर का पूरा वजन दोनों पैर पर एकसमान डालते हुए मैट पर सावधान की स्थिति में खड़े हो जाये। कमर और गर्दन को एकदम सीधा और स्थिर रखें। भ्रामरी प्राणायाम कैसे करें
3. अब दोनों हाँथो को पार्श्व भाग से पंख की तरह फैलाते हुए जब कंधे तक हाथ आते हे तब हथेली जमीन की और होगी।
4. जब हाँथ कंधे के ऊपर जाते हे तब हथेली आकाश की और घुमा लें और दोनों हाँथो की उंगलिओ को आपस में फसाए और सिर के ऊपर रखें।
6. अब खिंचाव बनाये रखते हुए पैर की एड़ी को ऊपर उठाए और पैर की उंगली के बल खड़े हो जाये।
7. जब आप इस स्थिति में आ जाये तब साँस को समान्य कर लें और 1 से 2 मिनिट तक उसी स्थिति में रुके रहें।
8. 1 मिनिट तक रुकने के बाद शरुआती अवस्था में लौट आए।
9. इतनी प्रक्रिया करने पर ताड़ासन का एक चक्र पूरा होता हैं।
10. शरुआती अभ्यास में ताड़ासन को 4 से 5 बार करें।
11. ताड़ासन के लंबे अभ्यास बाद चक्र की संख्या बढ़ाई जा सकती है।
ताड़ासन के फायदे - Tadasana benefits in hindi
ताड़ासन के लाभ निचे विस्तार से दीये गई हे ध्यान से पढ़े :
1. ताड़ासन पीठ की कमज़ोर मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। पीठ दर्द को दूर करता है। कपालभाति प्राणायाम कैसे करें
2. ताड़ासन का नियमित अभ्यास करने से ऊंचाई बढ़ती है।
3. यह आसन पाचनतंत्र को मजबूत बनाता है और कब्ज की समस्या को दूर करता है।
4. जांघ, घुटने और टखनों को मजबूत बनाता है।
5. ताड़ासन के अभ्यास से हाँथ और पैर की मांसपेशिया मज़बूत होती है।
6. ताड़ासन फेफड़ो को खोलता है और साँस लेने में तकलीफ या साँस का फूलना जैसी समस्या को दूर करता है।
7. यह आसन शरीर में नयी स्फ़ूर्ति प्रदान करता है।
8. आपके शरीर मे से सुस्ती और आलस को दूर भगाता है।
9. घुटने के दर्द से राहत दिलाता है।
10. इस आसन के अभ्यास से सायटिका की समस्या दूर होती है।
11. श्वसन प्रणाली को मजबूत बनाता है।
ताड़ासन करते वक्त कोनसी सावधानी बरतनी चाहिए -
Tadasana precautions
1. अगर आपको घुटनो का दर्द बहुत ज्यादा हे तो इस आसन को न करें।
2. गर्भवती महिलाओ को यह आसन नहीं करना चाहिए।
3. हाँथो को ऊपर खींचते वक्त ज्यादा जोर न दें।
4. लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो तो यह आसन न करें।
5. जब आपको सिरदर्द हो तब ताड़ासन का अभ्यास न करें।
6. जल्दी लाभ पाने की लालच में इस आसन को ज्यादा देर तक न करें।
7. अगर आपकी पैर की उंगली में दर्द हे तो इस आसन को उंगली के बल पर न करें।
चेतावनी : याद रखें कोई भी आसन का अभ्यास आपके शरीर को स्वस्थ बनाता है लेकिन इसका अभ्यास दवा की जगह नहीं करना चाहिए। कोई भी बीमारी से पूरी तरह से निजात पाने के लिए डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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